ब्लॉग पोस्ट लिखने के लिए AI का उपयोग कैसे करें [तरीका एवं सावधानी]

चैट जीपीटी के आने के बाद से बहुत से ब्लॉगर इससे या इस जैसे अन्य एआई राइटिंग टूल से थोक में आर्टिकल लिखवाकर अपने ब्लॉग पर पब्लिश कर रहे हैं. क्या आप भी ऐसा करना चाहते हैं? तो आइए विस्तार से एआई राइटिंग टूल से ब्लॉग पोस्ट लिखने का सही तरीका जानते हैं.

एक ऑर्बिट मीडिया के सर्वे के अनुसार एक औसत ब्लॉग पोस्ट लिखने में 3 घंटे और 57 मिनट लगते हैं. इसमें अगर इमेज लगाने, फॉर्मेटिंग और एसईओ करने का समय भी जोड़ा जाए तो यह और भी ज्यादा हो जाएगा.

फ्रीलांस राइटर की तुलना में एआई राइटिंग सॉफ्टवेयर से आप बहुत जल्दी कम पैसे में एक अच्छा एसईओ ऑप्टिमाइज आर्टिकल लिखवा सकते हैं, जो गूगल में रैंक करके आपको बहुत सारा ऑर्गेनिक ट्रैफिक लाकर दे सकता है.

आप ChatGPT, Claude.Ai जैसे आई टूल्स को कोई भी प्रॉम्पट देकर कोई छोटा ब्लॉग पोस्ट लिखवा सकते हैं.

इन टूल्स द्वारा जेनरेटेड कंटेंट एक ब्लॉग पोस्ट के हिसाब से बहुत ही छोटा और साधारण (generic) होता है, जिसे अगर आप कॉपी-पेस्ट करके सीधे अपने ब्लॉग पर पब्लिश करते हैं तो लोगों को बहुत आसानी से पता चल जाएगा कि ये एआई जेनरेटेड कंटेंट है.

इससे भी बुरा यह हो सकता है कि गूगल या कोई अन्य सर्च इंजन भी यह पता लगा ले (detect) की ये पूरी तरह से एआई जेनरेटेड कंटेंट है तो आपके इस आर्टिकल को रैंक भी ना करें.

वही वहीं दूसरी तरफ Jasper, Gravity Write, Frase, आदि कुछ प्रीमियम एआई राइटिंग टूल्स है जो आपको पूरा का पूरा एक ब्लॉग पोस्ट लिख कर दे सकता हैं, और इसकी क्वालिटी भी बेहतर होती है.

इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स से एक अच्छा ब्लॉग पोस्ट लिखवाने लिए एक महत्वपूर्ण टिप्स ये देना चाहेंगे कि इनपुट के रूप में इनको विस्तृत प्रॉम्पट दें. क्योंकि ये इंसान तो है नहीं जो इशारों में भी आपकी बात समझ जाएगा.

इसलिए इससे काम निकलवाने के लिए आपको प्रॉम्पट के रूप में एक विस्तृत आदेश देना होगा. जैसे उदाहरण के लिए आपको इसी विषय पर अगर कोई ब्लॉग पोस्ट लिखवाना है तो आप इस तरह भी प्रॉम्पट दे सकते हैं कि “एआई राइटिंग टूल से आर्टिकल लिखवाने के फायदे एवं नुकसान पर एक ब्लॉग पोस्ट लिखो” तो भी आपको वो ब्लॉग पोस्ट लिखकर दे देगा.

Artificial Intelligence Typing on laptop
Typing

परंतु एआई से एक अच्छा आर्टिकल लिखवाने के लिए आपको एक विस्तृत प्रॉम्पट देना होगा जैसे “एआई राइटिंग टूल से आर्टिकल लिखवाने के फायदे एवं नुकसान पर एक हजार शब्द का एसईओ ऑप्टिमाइज आर्टिकल लिख कर दो”.

इसके बाद अगर आउटपुट सही आता है तो ठीक है वरना आप और भी क्लियर एवं विस्तृत प्रॉम्पट दे दें. यह प्रक्रिया आप तब तक दोहरा सकते हैं, जब तक की आपको मनचाहा रिजल्ट ना मिल जाए.

अपने ब्लॉग पर एआई कंटेंट को पब्लिश करने से पहले निम्न बातों का ध्यान रखें

फैक्ट चेक करने के बाद ही आर्टिकल पब्लिश करें

ज्यादातर एआई राइटिंग टूल्स के अंदर पहले से ही डाटा फीड किया रहता है, फिर ये इसी फीड किए हुए डाटा में से लोगों के प्रश्न का उत्तर देते हैं या उनको आर्टिकल लिखकर देते हैं. आमतौर पर उसे इंटरनेट से डाटा एक्सेस करने की अनुमति नहीं होती है.

जैसे ChatGPT-3 जब आया था तब उसके पास जून 2021 तक का ही डाटा था. उसके आगे अगर आप उससे कुछ पूछते तो वो उत्तर नहीं दे पता था.

इसलिए ऐसे में ये बहुत जरूरी हो जाता है कि आप एआई से जो भी आर्टिकल लिखवाएं तो उसके द्वारा दिए गए फैक्ट एवं आंकड़े को चेक करके सही कर लें फिर उसे अपने ब्लॉग पर पब्लिश करें.

फैक्ट चेक करने के लिए आप गूगल का सहारा ले सकते हैं तो वही सही आंकड़े का पता करने के लिए आप Statista जैसी वेबसाइट की ओर देख सकते हैं.

आर्टिकल को अच्छे से फॉर्मेट करें

वैसे अब तो एआई राइटिंग टूल्स भी उचित हेडिंग और बुलेट प्वाइंट के साथ आर्टिकल लिखकर दे देते हैं. परंतु फिर भी आपको इस पर एक नजर जरूर डालनी चाहिए.

इसके अलावा जहां जरूरी हो वहां टेबल, इमेज, इंफोग्राफिक्स, कोटेशन बॉक्स, वीडियो, आदि का उपयोग भी जरूर करें. इससे आपका ब्लॉग पोस्ट देखने में भी अच्छा लगेगा और पढ़ने वालों के लिए भी इससे जरूरी जानकारी निकालना आसान रहेगा.

ब्लॉग पोस्ट को एसईओ ऑप्टिमाइज करें

ज्यादातर ब्लॉग पोस्ट पर ट्रैफिक गूगल जैसे सर्च इंजन से ही आते हैं, और इसमें टॉप पर रैंक करने के लिए अपने ब्लॉग का सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) अच्छे से करना होगा.

इसके लिए आप कीवर्ड रिसर्च करके एक मुख्य कीवर्ड को चुन लें और उसे टाइटल, हेडिंग, मेटा डिस्क्रिप्शन, यूआरएल और पूरे ब्लॉग पोस्ट में जहां भी ठीक ढंग से फिट बैठता हो वहां लगा दें.

कीवर्ड के अलावा ऑन-पेज एसईओ में इंटरनल लिंकिंग और एक्सटर्नल लिंकिंग भी बहुत अहम होता है. अपने ब्लॉग के पोस्ट को ही इस पोस्ट में लिंक करना इंटरनल लिंकिंग कहलाता है, तो वहीं एक्सटर्नल लिंकिंग में आपको अपने पोस्ट से किसी बाहरी विश्वसनीय स्रोत या वेबसाइट को लिंक करना होता है.

ज्यादातर मामलों में इसका उत्तर “हां” है. हां आप ब्लॉग पोस्ट लिखने के लिए एआई राइटिंग टूल्स का उपयोग कर सकते हैं, परंतु कुछ सावधानी के साथ.

ये सावधानी यह है कि आप किसी भी एआई राइटिंग टूल से कोई भी ब्लॉग पोस्ट लिखवाने के बाद उसका फैक्ट, रिडेबिलिटी, और प्लेगिरिज्म चेक कर लें. इसमें से फैक्ट और आंकड़े चेक करने का तरीका तो पहले ही बता दिया गया है.

जैसा कि आपको पता है कि एआई राइटिंग टूल्स उनके डेटाबेस में मौजूद जानकारी या इंटरनेट पर मौजूद जानकारी को पुनः लिखकर (rewrite) लोगों को दे देते हैं. कई बार इस प्रक्रिया में कुछ वाक्य या पैराग्राफ हू-ब-हू कॉपी हो जाता है.

तो प्लेगिरिज्म जैसे पाप से बचने के लिए आप इन आर्टिकल्स को पब्लिश करने से पहले उसका प्लेगिरिज्म जरूर चेक कर लें. इसके लिए आप copyscape, duplicheker, जैसे प्लेगिरिज्म चेकर टूल्स का उपयोग कर सकते हैं.

आपने अगर कभी एआई द्वारा लिखा गया कोई आर्टिकल पढ़ा हो तो उसमें अपने एक बात गौर किया होगा कि, उसमें वाक्य और पैराग्राफ बहुत लंबे-लंबे होते हैं, और कई बार एक ही बात दोहरा रहा होता है.

तो अपने ब्लॉग पोस्ट की रिडेबिलिटी बढ़ाने यानी पढ़ने योग्य बनाने के लिए छोटे-छोटे वाक्य और पैराग्राफ का इस्तेमाल करें. महत्वपूर्ण बात को हाईलाइट या बोल्ड कर दें. उचित जगह पर हेडिंग, बुलेट प्वाइंट, टेबल, आदि का उपयोग कर लें.

अब तक आपको एआई से आर्टिकल लिखने के कुछ फायदे एवं नुकसान का अंदाजा लग गया होगा. परंतु फिर भी यहां कुछ और का जिक्र किया जा रहा है.

ब्लॉग पोस्ट लिखने की एआई का उपयोग करने के फायदे (Pros)

  • समय की बचत होती है.
  • कंटेंट राइटर की तुलना में सस्ता पड़ता है.
  • ज्यादा ब्लॉग पर लिख पाते है.
  • कई बार ब्लॉग पोस्ट की क्वालिटी बेहतर हो जाती है.
  • कुछ हद तक ब्लॉग पोस्ट का एसईओ भी हो जाता है.

एआई के जरिए ब्लॉग पोस्ट लिखवाने का नुकसान (Cons)

  • वाक्य और पैराग्राफ अधिक लंबे हो सकते हैं.
  • कभी-कभी कुछ शब्द बार-बार दोहरा रहे होते है.
  • प्लेगिरिज्म का खतरा भी बना रहता है.
  • कई बार ये कीवर्ड स्टाफिंग कर देता है.
  • एआई डिटेक्शन टूल इसे आसानी से पकड़ सकते हैं.
  • स्टेप बाय स्टेप ट्यूटोरियल या प्रोडक्ट रिव्यू लिखने में इसे दिक्कत आ सकती है.
  • गलत फैक्ट भी कभी-कभी बता देता है.
  • एआई से आर्टिकल लिखवाना कभी-कभी नैतिकता के खिलाफ (unethical) लगता है.
  • एआई कंटेंट को सर्च इंजन में रैंक करना मुश्किल हो सकता है.

इन स्टेप्स को फॉलो करके आप एआई से एक अच्छा ब्लॉग पोस्ट लिखवा सकते हैं.

1. कोई कंटेंट का आईडिया सोचें

चाहे आपका ब्लॉग जिस भी बारे में हो उससे जुड़ा नया-नया आईडिया जरूर आपके मन में आता होगा, तो उसे कहीं नोट करके रख लें. इसके अलावा जो भी आपके क्षेत्र से संबंधित ट्रेंडिंग टॉपिक हो उसकी भी सूची बना लें.

अगर आपको नया ब्लॉग पोस्ट लिखने के लिए कोई आईडिया नहीं मिल रहा है तो आप अपने प्रतिद्वंदी (Competitors) के ब्लॉग को देख सकते हैं या फिर Buzz Sumo, Answer the Public, जैसे टूल्स में अपने ब्लॉग के मुख्य टॉपिक को टाइप करने पर आपको बहुत सारा कंटेंट आइडिया मिल जाएगा.

2. कीवर्ड रिसर्च करें

हो सकता है कि आपको अपने ब्लॉग पर पब्लिश करने के लिए कोई नायाब आईडिया मिल गया हो पर उसपर कंटेंट लिखना शुरू करने से पहले एक बार उसका सर्च वॉल्यूम और कीवर्ड डिफिकल्टी (KD) जरूर चेक कर लें. वरना कहीं ऐसा ना हो की आप बहुत मेहनत से कोई कंटेंट लिखें पर उसे पढ़ने वाला कोई हो ही ना.

कीवर्ड रिसर्च के लिए आप Uber Suggest, Semrush, ahrefs जैसे कीवर्ड रिसर्च टूल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर आप का नया ब्लॉग है तो कम KD वाले कीवर्ड को ही चुने चाहे बेशक उसे सर्च करने वाले बहुत कम ही लोग क्यों न हो.

3. आउटलाइन तैयार करें

जब मैं शुरू में ब्लॉग पोस्ट लिखता था तो उससे पहले आउटलाइन नहीं बनाता था. इससे होता यह था कि कभी-कभी भावना में बहकर किसी-किसी टॉपिक को लंबा खींच देता था, तो वहीं कुछ अन्य महत्वपूर्ण टॉपिक छूट भी जाते थे.

इससे बचने के लिए अब मैं लिखने से पहले आउटलाइन जरूर बना लेता हूं. आप खुद से या Gravity Write, Writer Zen, जैसे एआई पावर्ड कंटेंट मार्केटिंग टूल से भी आउटलाइन बना सकते हैं.

4. एआई टूल्स से आर्टिकल लिखवाएं

इस प्रक्रिया का यह सबसे प्रमुख काम है. आप मुख्य कीवर्ड एवं आउटलाइन सहित एक विस्तृत प्रॉम्पट लिखकर Jasper, RYTR, जैसे प्रीमियम एआई राइटिंग टूल्स को दें वो आपको एक पूरा ब्लॉग पोस्ट लिखकर दे देंगे.

विस्तृत प्रॉम्पट लिखने का तरीका इस पोस्ट में पीछे बताया दिया गया है, फिर भी अगर आपका मनचाहा रिजल्ट ना आए तो दिए गए प्रॉम्पट में कुछ फेर-बदल कर देखें.

5. ब्लॉग पोस्ट को प्रूफरीड करें

जैसा कि आपको पहले से पता है कि एआई राइटिंग टूल्स कभी-कभी गलत फैक्ट भी बता देते हैं, तो उसके लिए आप खुद से या किसी प्रोफेशनल प्रूफरीडर से अपने ब्लॉग पोस्ट को प्रूफरीड करवा लें.

इसके लिए आप Grammarly, ProWritingAid, Hemingway, जैसे एआई-पावर्ड प्रूफरीडींग टूल्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. जो ब्लॉग पोस्ट में स्पेलिंग और ग्रामर की गलतियों को ठीक करने के साथ-साथ रीडेबिलिटी बेहतर करने का भी सुझाव देगा.

6. एसईओ का भी ध्यान रखें

चाहे ब्लॉग पोस्ट लिखने का आपका जो भी मकसद हो वह तभी पूरा होगा जब आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक आएगा, और ट्रैफिक लाने का एसईओ सबसे बेहतरीन तरीका है. ब्लॉग पोस्ट का एसईओ करने से सबसे हाई क्वालिटी ट्रैफिक जिसे ऑर्गेनिक ट्रैफिक कहा जाता है वो आपको मिल जाएगा.

एसईओ में यहां अभी आपको सिर्फ On-Page SEO ही करना है. जिसके अंतर्गत आपको अपने कीवर्ड को टाइटल, मेटा डिस्क्रिप्शन और पूरे पोस्ट में जहां कहीं भी सही फिट बैठता हो लगाना होता है. इसके अलावा इसमें आपको इंटरनल और एक्सटर्नल लिंकिंग भी करना होता है.

7. अंत में एडिट और फॉर्मेट करें

जब सब काम हो जाए तो पब्लिश करने से पहले अपने ब्लॉग पोस्ट को पहले एडिट करें. इसके अंतर्गत आप उचित शब्द का इस्तेमाल करें, वाक्य संरचना (sentence structure) को ठीक करें, कोई बात बिना मतलब का लंबा खींचा जा रहा हो तो उसे संक्षिप्त करके टू द पॉइंट रखें.

इसके अलावा पोस्ट के बीच में जहां कहीं भी जरूरत हो वहां अपनी भावना, राय एवं तजुर्बा (experience) भी शेयर करें. ताकि लोग इस पोस्ट से जुड़ाव महसूस कर सके. उसे ऐसा ना लगे कि यह किसी रोबोट ने लिखा है.

फॉर्मेटिंग के अंतर्गत आप अपने वाक्य एवं पैराग्राफ को छोटा रख सकते हैं, जहां जरूरत हो वहां बुलेट प्वाइंट, टेबल, इमेज, वीडियो आदि लगा सकते हैं. ताकि रीडर पढ़ते-पढ़ते बोर ना हो और वह जो जानकारी ढूंढ रहे हैं उसे आसानी से मिल जाए.

उम्मीद है कि आपको यह ब्लॉग पोस्ट उपयोगी लगा होगा. अगर आपका एआई से ब्लॉग पोस्ट लिखवाने से संबंधित कोई प्रश्न है तो कमेंट में जरूर पूछे एवं पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें.

क्या मैं ब्लॉग लिखने के लिए AI का उपयोग कर सकता हूं?

हां, बहुत से लोग कर रहे हैं और आप भी ब्लॉग पोस्ट लिखने के लिए एआई का उपयोग कर सकते हैं. पर कुछ बातों का ध्यान रखें.

ध्यान रखने वाली बात यह है कि एआई का लिखा हुआ ब्लॉग पोस्ट को पब्लिश करने से पहले प्रूफरीड करके जहां कहीं भी गलती मिले उसे सुधार लें.

ब्लॉग लिखने में AI कितना अच्छा है?

अगर प्रीमियम एआई टूल्स का इस्तेमाल करते हैं तो ब्लॉग पोस्ट लिखने में ये बहुत अच्छा है. फिर भी मशीन तो मशीन ही होता है. इसलिए उसे खुद से फैक्ट चेक और एडिटिंग करने के बाद ही पब्लिश करें.

क्या एआई कंटेंट गूगल में रैंक करता है?

हां, अब एआई कंटेंट भी गूगल में रैंक करता है.

2022 तक गूगल जेनरेटेड कंटेंट को स्पैम मानता था, परंतु पिछले साल 2023 के शुरू में ही अपने गाइडलाइन में बदलाव करके इसके प्रति नरम रवैया इख्तियार कर लिया है.

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